क्या है भूकंप आने की वजह ? क्यों आते है भूकंप ?
हैलो दोस्तों मैं हूँ हेमन्त , और स्वागत है आप सभी का अपने इस ब्लॉग पर ।दोस्तों आज इस ब्लॉग मे जानेंगे क्या होता है भूकंप और क्या होती है भूकंप आने की वजहतो सबसे पहले ये जान लेते है की भूकंप क्या होता है?भूकंप (Earthquake):-धरती मुख्यत: चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है. अब ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है. ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होती, ये लगातार हिलती रहती हैं, जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती है तो इनमें आपस में टकराव होता है. इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है जिससे इलाके में हलचल होती है।यानि की भूकंप पृथ्वी के अंदर मौजूद सतहों के अपनी जगह से हट जाने के कारण आता है । जब पृथ्वी के अंदर मौजूद प्लेट किसी भूगर्भीक हलचल के कारण आपस मे टकरा जाती है या फिर अपने स्थान से हट जाती है तो पृथ्वी के ऊपरी भाग मे कंपन उत्पन्न कर देती है और हम सभी को भूकंप का अहसास हो जाता है ।इन प्लेटों को टेक्टोनिक प्लेट के नाम से जाना जाता है और इन प्लेटों के टकराने या सरकने के कारण भारी मात्रा मे ऊर्जा निकलती है जो की स्थलमंडल पर भूतरंगों के रूप मे फ़ाइल जाती हैचूंकि यह कंपन ज्यादा देर तक नहीं रहता है फिर भी 5 -10 सेकंड के अंदर तबाही ल सकता है ।कैसे मापा जाता है भूकंप?भूकंप का रिकार्ड एक सीस्मोमीटर के साथ रखा जाता है, जो सीस्मोग्राफ भी कहलाता है। भूकंप का क्षण परिमाण पारंपरिक रूप से मापा जाता है या संबंधित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है। 3 या कम परिमाण की रिक्टर तीव्रता का भूकंप अक्सर इम्परसेप्टीबल होता है और 7 रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्रों में गंभीर क्षति का कारण होता है। झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है।भूकंप आने के और भी कारण हो सकते है जिसमे से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित है :-भूकंप आने के कारण (Earthquake Causes) :भ्रंश ;- चट्टानों का अपने स्थान से हट जानाज्वालामुखी क्रियागैसों का फैलावप्लेट विवर्तनिकीखनन क्रियाभूमिगत जल का निष्कर्षण (ज्यादा मात्रा मे जल का निकाल लेना )बांधों का निर्माणपरमाणु विस्फोटअब जान लेते है क्या भूकंप से बचाव के तरीके और किन सावधानियों को बरतना चाहिए भूकंप के समयभूकंप से बचाव के तरीके :यहाँ हम निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा आपको भूकंप से बचाव के तरीकों (what to do during an earthquake) से अवगत करा रहे है,
जो इस प्रकार है...
जैसे ही आपको भूकंप के झटके महसूस हों,
1. वैसे ही आप किसी मजबूत टेबल के नीचे बैठ जाएं और कस कर पकड़ लें।
2.भूकंप महसूस होते ही टीवी, फ्रिज, जैसे बिजली के सारे उपकरण प्लग से निकाल दें।
3.एक बार बहुत तेज भूकंप आने के बाद कुछ घंटों तक आफ्टर शॉक्स(बाद के हल्के झटके ) आ सकते हैं। इनसे बचने का इंतजाम पहले ही कर लें।
4.यदि आप बाहर हैं तो किसी खाली स्थान पर चले जाएं, यानी बिल्डिंग, मकान, पेड़, बिजली के खंभों से दूर।
5. अगर आप बाहर, सड़क पर या बाजार में हो तो पास में मैदान या खुली जगह में पहुंच जाओ।
सुरक्षित स्थान पर भूकंपरोधी भवन का निर्माण कराएं।
इस तरह की और जानकारी के लिए हमे फॉलो जरूर करें और कमेन्ट बॉक्स मे जरूर बताए की यह जानकारी आपको कैसी लगी ।
धन्यवाद । । ।
6.समय-समय पर आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लें व पूर्वाभ्यास करें।
7.आपदा की किट बनाएं जिसमें रेडियो, जरूरी कागज, मोबाइल, टार्च, माचिस, मोमबत्ती, चप्पल, कुछ रुपये व जरूरी दवाएं रखें।
8.भूकंप आने पर परिवार के लोगों को बिजली व गैस बंद करने को कहें।
9.भूकंप के दौरान टेबल, पलंग या मजबूत फर्नीचर के नीचे शरण लें।
10.संतुलन बनाए रखने के लिए फर्नीचर को कस पकड़ लें।
11.लिफ्ट का प्रयोग कतई न करें।
12. खुले स्थान पर पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें।
13.मकान ध्वस्त हो जाने के बाद उसमें न जाएं।
14.कार के भीतर हैं तो उसी में रहें, बाहर न निकलें।
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